खरगोश और चूहा

सो पंडितु जो मनु परबोधै ॥ राम नामु आतम महि सोधै ॥
राम नाम सारु रसु पीवै ॥ उसु पंडित कै उपदेसि जगु जीवै ॥

प्रकृति ने हर जीव को अपनी खासियतों और गुणों से सजाया है। ये बात को हमें समजना चाहिए।

बहुत पुराने समय की बात है, एक जंगल में एक खरगोश और उसका परिवार निवास करते थे। जंगल में अन्य बड़े जानवर भी रहते थे, खरगोश और उनका परिवार हमेशा यह डर में रहते थे कि कहीं कोई जानवर आकर उन्हें कुछ नुकसान न पहुंचा दे।

उन्हें हमेशा आस-पास की आवाजों से सतर्क रहना पसंद था, और तब ही वे त्वरिततः अपने गुफा में छुप जाते थे।खरगोश इस परिस्थिति से बेहद परेशान थे।

एक दिन, एक बड़ा घोड़ों का समूह उनके बिल के पास से गुजर रहा था। घोड़ों की आवाज सुनकर सभी खरगोश डर से चौंक गए और वे बिल के अंदर छुप गए। पूरे दिन के लिए उनमें से किसी ने बिल से बाहर जाने का नाम नहीं लिया।

उनका डर इतना गहरा था कि वे खाने की तलाश में बाहर नहीं निकले। खरगोश अपने परिवार को इस दरावने स्थिति में देखकर बहुत दुखी हुए। उन्होंने भगवान से कहा, “हे भगवान, आपने हमें इतना कमजोर क्यों बनाया है? क्या हमें हर दिन अपनी जान के डर और भय में जीना ही है? क्या हमारा जीवन इसके लिए ही है कि हम हमेशा डर के मारे रहें?”

तभी सभी खरगोशों ने मिलकर तय किया कि इस तरह की जीवनशैली का कोई फायदा नहीं है और यह बेहतर होगा कि वे सब मिलकर अपने जीवन को त्याग दें।

इसके बाद, सभी खरगोश एक साथ नदी की ओर बढ़ चले। वहां पहुंचकर, वे खरगोश और उनके परिवार ने देखा कि नदी किनारे कई चूहे अपने बिलों में बसे थे। जब चूहों ने खरगोशों को आते देखा, तो वे सभी चौंक गए और तुरंत ही भागने लगे। कुछ चूहे बिलों में छुप गए, जबकि कुछ नदी में गिरकर मर गए। चूहों के बीच में हड़बड़ी और उथल-पुथल थी।

यह दृश्य देखकर खरगोश बहुत हैरान हुए। उन्हें यह देखकर आश्चर्य हुआ कि उन्हें देखकर भी कोई डर रहा है। अब तक, वे सोचते थे कि वे सबसे कमजोर और भयभीत प्राणी हैं और भगवान को दोष देते थे।

खरगोशों को अब समझ में आ गया कि प्रकृति ने हर जीव को अपनी खासियतों और गुणों से सजाया है। जैसे जैसे कोई अपनी स्थिति और पर्याप्तियों के आधार पर कार्रवाई करता है, वह अपनी ताकत बनाता है।

खरगोश ने समझ लिया कि हर किसी की अपनी विशेषता है, और हर जीव को उसके स्वाभाव के साथ सही रूप से स्वीकार करना चाहिए। अगर किसी की कमजोरी है, तो उसमें कुछ न कुछ गुण भी होते हैं। हर जीव में अपनी विशेषता होती है, और यही विविधता जीवन को सुंदर बनाती है।

इस बाद खरगोश और उनका परिवार अपने बिल में वापस लौट आए और उन्होंने अपने भय को पार किया।

प्रकृति ने सभी जीवों को शक्तिशाली बनाया है, और हर जीव की अपनी खासियतें होती हैं। हमें हर जीव को उसके स्वाभाव के साथ स्वीकार करना चाहिए और उसकी मूल्यवानता को समझना चाहिए।

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